Yogi Adityanath: आगरा में योगी का संदेश ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ , बांग्लादेश से सबक लें,Owaisi का पलटवार

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Yogi Adityanath

Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा में आयोजित एक सभा में जोर देते हुए कहा, “राष्ट्र से ऊपर कुछ भी नहीं हो सकता। राष्ट्र तभी सशक्त होगा जब हम एकजुट होंगे। ‘बंटेंगे तो कटेंगे’…” यह बयान उन्होंने बांग्लादेश में हाल ही में हुए हिंदुओं पर हमलों का जिक्र करते हुए दिया और कहा कि ऐसी गलतियां भारत में नहीं दोहराई जानी चाहिए। “बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे।”

यह बयान Yogi Adityanath जन्माष्टमी के अवसर पर आगरा में पुरानी मंडी में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की प्रतिमा के अनावरण के दौरान दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने समाज को जाति, भाषा और धर्म के नाम पर बांटने वाली ताकतों से सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने दुर्गादास राठौर की वीरता और उनके संकल्प को याद करते हुए कहा कि हमें महापुरुषों के नाम और उनके योगदान को हमेशा याद रखना चाहिए।

Yogi Adityanath आगरा में योगी का संदेश ‘बंटेंगे तो कटेंगे’

आगरा की सांस्कृतिक धरोहर को सराहते हुए Yogi Adityanath ने कहा, “आगरा के कण-कण में कन्हैया का वास है। यहां की कला, आस्था, समर्पण और विश्वास राष्ट्र निष्ठा को बढ़ाते हैं।” उन्होंने दुर्गादास राठौर के संकल्प और देशभक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका जीवन आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। Yogi Adityanath ने यह भी कहा कि जिस दिन कृष्ण आए, उसी दिन दुर्गादास की प्रतिमा का लोकार्पण होना एक विशेष संयोग है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई दी और श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। Yogi Adityanath के इस बयान ने भारतीय समाज में एकजुटता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया, विशेषकर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के संदर्भ में।

Yogi Adityanath ने कहा बांग्लादेश में क्या हो रहा है?

हाल ही में बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के चलते हिंसा भड़क गई थी। अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा देकर भारत में शरण ली। हसीना सरकार के पतन के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया, जिसमें 84 वर्षीय नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया। इस घटनाक्रम के बाद देशभर में भड़की हिंसा में कई लोग मारे गए, और खासकर बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं को निशाना बनाया गया।

Yogi Adityanath ने बांग्लादेश की घटनाओं का हवाला देते हुए भारतीय समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया। उन्होंने आगाह किया कि भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसलिए समाज को बांटने वाली ताकतों से सावधान रहना जरूरी है।

Yogi Adityanath का संदेश और राजनीति

Yogi Adityanath का यह बयान उनकी हिंदुत्व विचारधारा को स्पष्ट रूप से प्रकट करता है, जिसमें समाज की एकजुटता और राष्ट्र की सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है। उनका कहना था कि समाज में बंटवारे से केवल समाज ही नहीं, बल्कि पूरा राष्ट्र कमजोर होगा। उन्होंने इस बयान में बांग्लादेश की हालिया घटनाओं का संदर्भ देकर भारतीय समाज को चेताया कि यदि वे विभाजित होते हैं, तो उनका अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है।

यह बयान न केवल उत्तर प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में एक सशक्त संदेश है कि समाज की एकजुटता ही उसे कमजोर करने वाली ताकतों से बचा सकती है। योगी आदित्यनाथ के अनुसार, जैसे बांग्लादेश में समाज का विभाजन हो रहा है, वैसी स्थिति भारत में नहीं होनी चाहिए।

राजनीतिक संदर्भ और विपक्ष की प्रतिक्रिया

Yogi Adityanath के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि वे इस तरह के बयानों का समर्थन नहीं करते। उन्होंने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की निंदा की और कहा कि हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचार बंद होने चाहिए।

इस बयान के माध्यम से Yogi Adityanath ने हिंदुत्व की विचारधारा को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया है। बांग्लादेश की घटनाओं का उदाहरण देकर उन्होंने भारतीय समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया, ताकि देश की सुरक्षा और एकता को बनाए रखा जा सके।

Owaisi का पलटवार: “सीएम Yogi Adityanath नफरती बयान देते हैं, उन्हें कुर्सी जाने का डर है”

एआईएमआईएम के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath के बयानों पर कड़ा पलटवार किया है। Owaisi ने सीएम योगी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे अपने बयानों से समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। Owaisi का दावा है कि Yogi Adityanath मुसलमानों को निशाना बनाकर अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है।

Owaisi ने अपने बयान में सीएमYogi Adityanath पर फर्जी एनकाउंटर कराने का भी आरोप लगाया और कहा कि योगी सरकार के कार्यकाल में मुसलमानों के खिलाफ भेदभावपूर्ण नीतियां अपनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि “सीएम योगी नफरत के जरिए अपनी सत्ता को बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि यह देश एकता और इंसाफ से चलता है।

Owaisi का आरोप: “नफरत की राजनीति कर रहे हैं Yogi Adityanath”

Owaisi ने सीएम Yogi Adityanath पर हमला करते हुए कहा कि “आज यूपी में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। बुलडोजर कार्रवाई और फर्जी एनकाउंटर की घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि सीएम योगी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए नफरत की राजनीति कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि Yogi Adityanath को अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है, इसलिए वे इस तरह की हरकतें कर रहे हैं।

Owaisi ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का उन्होंने भी विरोध किया है, लेकिन सीएम Yogi Adityanath इस मुद्दे का इस्तेमाल कर समाज में विभाजन पैदा कर रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि “देश में एकता तभी होगी जब इंसाफ होगा, और आज यूपी में इंसाफ नहीं हो रहा है।

जातिगत जनगणना की मांग

Owaisi ने अपनी मांगों में जातिगत जनगणना का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि “हमने संसद में जातिगत जनगणना कराने की मांग की थी, लेकिन इसे अभी तक अमल में नहीं लाया गया।” ओवैसी ने पी. चिदंबरम द्वारा 2010 में कराए गए सामाजिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की और कहा कि मोदी सरकार इसे छिपा रही है।

उन्होंने कहा कि “जनगणना के जरिए ही समाज के सभी वर्गों की वास्तविक स्थिति का पता चल सकता है, और इस आधार पर सही नीतियां बनाई जा सकती हैं।” Owaisi ने 50% आरक्षण की सीमा को तोड़ने की भी मांग की और कहा कि “हम सभी इसका समर्थन करेंगे।

सीएम Yogi Adityanath का हिंदुत्व और राजनीति

सीएमYogi Adityanath के बयान से साफ है कि वे हिंदुत्व की विचारधारा को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। उनके बयान में भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने की बात की गई है, जिसमें समाज के सभी वर्गों को साथ लाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बांग्लादेश की घटनाओं का जिक्र कर भारतीय समाज को सावधान रहने का संदेश दिया और कहा कि “अगर हम बंटते हैं, तो हमारा समाज कमजोर हो जाएगा और इससे राष्ट्र को भी नुकसान होगा।

निष्कर्ष

आगरा में दिए गए इस बयान में Yogi Adityanath ने राष्ट्र को सर्वोपरि बताते हुए समाज में एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया। उनका कहना था कि यदि हम विभाजित होते हैं, तो हमारा समाज कमजोर हो जाएगा और इससे राष्ट्र को भी नुकसान होगा।

यह बयान भारतीय राजनीति में हिंदुत्व की विचारधारा को फिर से उभारने का प्रयास है, जिसमें समाज की एकजुटता और राष्ट्र की सुरक्षा को सर्वोपरि माना गया है। Yogi Adityanath का यह संदेश आज की राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों में विशेष रूप से प्रासंगिक है, और उनका कहना है कि समाज में एकजुटता ही उसे कमजोर करने वाली ताकतों से बचा सकती है।

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